सावन के महीने में महादेव के साथ माता पार्वती की भी पूजा की जाती है. ऐसी मान्यता है कि सावन के महीने में जो भी शिव भक्त भोलेनाथ की विधि-विधान से पूजा- अर्चाना करता है उसके जीवन में हमेशा ही सुख और समृद्धि आती है. साथ ही सावन का पहला सोमवार भी बेहद शुभ माना जाता है.
सावन के सोमवार का व्रत रखने से सभी मनोकामना पूरी होती है. यह व्रत सुहागिन महिलाओं को जरुर करना चाहिए. इस व्रत को करने से सौभाग्यवती का आशिर्वाद मिलता है. ये व्रत अगर कुंवारी कन्याएं रखती हैं तो उन्हें सुयोग्य वर की प्राप्ति होती है.
सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित है. धार्मिक मान्यता है कि सावन के महीने में भगवान शिव पृथ्वी पर निवास करते हैं. भगवान शिव की कृपा से अनेक प्रकार के दोषों से मुक्ति मिलती है. शनि दोष से लेकर पितृदोष तक से पीड़ित व्यक्ति को सावन माह में भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए
भगवान शिव की ये तीसरी आंख उनकी दिव्य दृष्टि है. इस दिव्य दृष्टि से कुछ भी छिपा नहीं रह सकता. भोलेनाथ की तीसरी आंख ज्ञान-चक्षु के समान है, जिससे उन्हें आत्मज्ञान की अनुभूति होती है. इस तीसरी आंख से वे तीनों लोकों की गतिविधियों पर भी नजर रखते हैं.