Made cold-coffee at home : कोल्ड कॉफ़ी बनाने की रेसिपी जानिए :- ( latest update 2023 )

प्यार बाँटिये

Made cold-coffee at home : आजकल लोग अक्सर कोल्ड कॉफी पीने किसी कैफे या रेस्तरां में जाते हैं, पर अब आप इसे घर में ही आसानी से बना सकते हैं. इससे आपका टाइम की बचत होगी और आप कुछ नई चीज़ सीखेंगे |साथ ही कॉफ़ी की उत्पति के बारे में भी आपको विस्तार से बताएंगे |

खबरी भैया :- तो चलिए आपको बताते है की कोल्ड कॉफ़ी अपने घर पर कैसे आसानी से बना कर पी जा सकती है और ये बहुत आसान तरीका जो हम आपके लिए लाये है खबर के लिए अपडेट रहिये |

Made cold-coffee at home : मेड कोल्ड – कॉफ़ी रेसिपी :-

Made cold-coffee at home : कोल्ड कॉफी पीने में बहुत अच्छी लगती है. आइसक्रीम और चॉकलेट सिरप इसके स्वाद को और भी मजेदार बना देता है. बच्चो यहाँ तक बड़ो द्वारा भी पीये जाने वाली ड्रिन्क है | तो जानिए तरीको के बारे में :-

प्रयोग में ली जाने वाली वस्तुएँ –
4 चम्मच कॉफी पाउडर
एक बड़ा चम्मच कोको पाउडर (चाहें तो)
स्वादानुसार चीनी
एक कप गर्म पानी
3 कप ठंडा दूध
कुछ बर्फ के टुकड़े

Made cold-coffee at home : कोल्ड कॉफ़ी बनाने के लिए सबसे पहले धीमी आंच में एक बर्तन में पानी, कॉफी पाउडर और कोको पाउडर डालकर 2 मिनट तक उबाल लें.फिर कॉफी वाले पानी में चीनी मिलाकर एक मिनट और उबाल लीजिए औरअब एक एयर टाइट बोतल में कॉफी वाला मिक्सचर डालें और ढक्कन लगाकर मिक्सचर को अच्छी तरह 2 से 3 मिनट तक शेक करें अब मिक्सर जार में ठंडा दूध डालकर उसमेंअब मिक्सर जार में ठंडा दूध डालकर उसमें कॉफी मिक्सचर मिलाकर, मिक्सी में 3 से 4 बार चलाकर फेंट लें.इसके बाद गिलास में कोल्ड कॉफी डालकर आइसक्रीम और चॉकेलट डेकोरेट कर लीजिए और मस्त मज़े ले ले कर इसको पीजिए |

Made cold-coffee at home : कॉफ़ी के बीज की उत्पति के बारे में जानिए |

Made cold-coffee at home : हो सकता आप यह जानकर हैरानी हो जाओगे कि कॉफी का बागान इस्लामी संस्कृति से लेकर आया है कई वजह से इसे कॉफी को बनाया गया था और अब यह बड़े कॉफी हाउसों की के लिए लाभदायक रहा है’|शायद आप सबको भी यही लगता होगा की ये कॉफी की उतपति इटैलियन एस्प्रेसो, फ्रेंच कैफे और लाते या अमरीकी डबल ग्राइंड से होकर आयी होगी पर क्या आपको ऐसा प्रतीत होता है इसमें दालचीनी की भीनी – भीनी ख़ुशबू महसूस होती है | आपने स्कूल में यह ज़रूर ये पढ़ा होगा ये पेय पदार्थ कॉफी पीने वाला दुनिया में पहला राष्ट्र अमरीका ही है | क्या आपको पता है सदियों पहले किंग जॉर्ज ने चाय पर के उत्पाद में टैक्स जारी कर दिया था| आजकल कॉफ़ी के स्टोर को हर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर कई शानदार कॉफी चेन मसलन स्टारबक्स, कैफे नीरो और कॉस्टा ग्रेस के स्टॉल देख सकते है | यही नहीं अब नैस्कैफे जैसा ब्रांड को उच्च दायरा मिल गया है |

Made cold-coffee at home : कहां मिलती है कॉफी

Made cold-coffee at home : कॉफी का सबसे पहले उत्पादन गर्म इला़क़ों जैसे लैटिन अमरीका, सब सहारा अफ्रीका, वियतनाम और इंडोनेशिया में हुआ था | विकशित देश जैसे यूरोप में कॉफी, तंबाकू और चॉकलेट 16वीं और 17वीं सदी में शुरुआत हुयी थी | सबसे पहले कॉफी बीज की खोज लाल सागर के दक्षिणी छोर पर स्थित यमन और इथियोपिया की पहाड़ियां में की गयी थी | कहा जाता है कि इथियोपिया के पठार में एक गडे़रिए ने जंगली कॉफी के पौधे से बने एक पेय पदार्थ की खोज की थी और उसने इसको ट्राई भी किया |

कॉफ़ी की शुरुआत में खेती यमन में की गयी थी और इसके चलते ही यमन के लोगों ने ही अरबी में इसका नाम कहवा रखा था | वही से कॉफी को और नामो की संज्ञा दी जैसे की कैफे इत्यादि |इससे तातपर्य होता है की कहवा शब्द का अर्थ शराब है और यमन के सूफी संत भगवान को याद करने के वक्त ध्यान लगाने के लिए इसको उपयोग में लेते है |

Made cold-coffee at home : कॉफी का इतिहासिक राज |

Made cold-coffee at home : तो आपको बताते की कॉफी के इतिहास में क्या प्रचलित था कैसे इसका विस्तार होने लगा था | ये साल 1414 तक मक्का में कॉफी से लोकपीरिये होने लगी थी | और 15वीं शताब्दी की शुरुआत में ये यमन के बंदरगाह मोचा सेमिस्रभी तक फेल गयी थी | आपको आश्चर्य होगा लेकिन तब भी सेवन केवल सूफी संतों के लोग ही करते थे | काहिरा में एक धार्मिक विश्वविद्यालय के पास के कुछ घरों में कॉफ़ी के बगोनो को बनाकर इसकी खेती करते थे | कुछ समय से इसके बाद 1554 तक इसका प्रसार सीरियाईशहर अलेप्पो और ऑटोमन साम्राज्य की तत्कालीन राजधानी इस्तांबुल तक फेल चूका था | ये इतनी फेमस हो रही थी क्युकी ये लोगो की थकान दूर करती थी |

लोग कॉफी हाउस में बैठकर कॉफ़ी के बारे में विचार करते थे | ये कॉफी हाउस जनत जीवन जैसे बन गए थे और लोग मस्जिदों के बजाए कॉफी हाउसों में अपना समय बिताना चाहते थे | लेकिन कुछ समय बाद हुआ ऐसा की मक्का, काहिरा और इस्तांबुल में धार्मिक संगठनों ने मिलकर इस पर रोक लगाने की कोसिस की थी | लोग ने कहा कि कॉफी हाउस आने वाले समय में नरक जैसे हो जायेगे | क्योकि वे षड़यंत्र के अड्डे होते है जहा लोग नशो में डूबे रहते है | जानकर हैरान होओगे लेकिन मुराद चतुर्थ के राज में तो कॉफी हाउस में जाने वालों के लिए मौत की सज़ा का दंड मिलेगा |कुछ समय इसका भय रहा लेकिन अंतत मुस्लिम विद्वानों को कॉफी के सेवन की अनुमति देने से कोई नहीं पाया |

Made cold-coffee at home : कॉफ़ी के लिए यूरोप की प्रचलन्ता |

Made cold-coffee at home : आपको जानकारी के लिए बता देते है की कॉफी दो रास्तों से यूरोप पहुंची. एक तो ऑटोमन साम्राज्य के माध्यम से और दूसरे समुद्र के रास्ते मोचा बंदरगाह में होकर 17वी शताब्दी के तौर में ईस्ट इंडिया कंपनी और डच ईस्ट इंडिया कंपनी मोचा बंदरगाह से कॉफी की सबसे बड़ी बिक्री हुयी थी | .इतना ही नहीं कॉफी से लदे उनके जहाज केप ऑफ गुड होप से लेकर स्वदेश निकल चुक्के थे | या फिर इसे भारत को निर्यात किया जाता था. यमन की कॉफी की बाकी खपत मध्यपूर्व से की जाती थी |

ठीक मध्य पूर्व से ही यूरोप में भी कॉफी हाउस की बहुत चर्चा करने और खेल खेलने के अड्डे बन गए थे | फिर चार्ल्स ने द्वितीय साल 1675 में बोलै था कि कॉफी हाउस में बेकार लोग आते हैं जो की सत्ता के ख़िलाफ़ दुष्प्रचार फैलते है | हालांकि शुरुआत में यूरोप में कॉफी को मुस्लिम पेय मानकर इसे शक के दायरे से देखा जाता था | जबकि 16वीं शताब्दी के आसपास पोप क्लीमेंट आठवें इसकी एक प्याली पीकर वाकिये खुस हो गए थे कि उन्होंने कहा कि इस पर मुसलमानों का एकाधिकार ना हो | जब ऑस्ट्रिया में कॉफी के पेय से बिज़नेस में तेजी आई थी जब 1683 में विएना को तुर्कों के गुलामी से मुक्ति मिली थी | वही वक्त तुर्कों के ठिकानों से बड़ी मात्रा में कॉफी चोरी की गयी थी | . विएना में आज़ भी इस्तांबुल, दमिश्क और काहिरा की तरह कॉफी की प्याली के साथ जल भी दिया जाता था |

Made cold-coffee at home : कॉफ़ी के लिए मिथक की प्रचलन्ता |

Made cold-coffee at home : हाँ | जिसे हम ‘टर्किश कॉफी’ बोलते थे वही आज एक मिथक भी है ऐसा इसलिए था क्युकी तुर्की केवल कॉफी का सेवन करने वाले देशों में से एक थे |जबकि . ग्रीस में इसे ‘ग्रीक कॉफी’ कहा जाता है. लेकिन मिस्र, लेबनॉन, सीरिया, फलस्तीनी क्षेत्र, जॉर्डन के आदमी इसमें ज्यादा रूचि नहीं रकते थे |आपको बताते है की कॉफी के लिए अरब जगत में कॉफी पीने की प्रचलन थी |खाड़ी में होने वाली कॉफी ज्यादा खारी होती है पर इसमें इलायची या अन्य मसालों का बखूबी उपयोग होता है. इसे मेहमान के आने के थोड़ी देर में मिलाया जाता है आज़ कॉफी विश्व में प्रसिद्ध हो गयी है लेकिनअब जाकर यमन में इसका उत्पादन घट रहा है. सस्ते आयात और अन्य फसलों पर जोर से इसकी दरों में गिरावटें आ रही है | क्या आप जानते है कॉफी के जन्म स्थान यमन से 2011 में महज 2500 टन कॉफी का निर्यात होता है कॉफ़ी में चाय के समान फुर्तीली ऊर्जा प्रधान होती है | तो आप कॉफ़ी की रेसिपी के साथ कॉफ़ी की खोज के बारे में अच्छे से जान गए होंगे |

For Website Development – Growonweb.in

For English News Updates – www.sportsaddictz.com

यूट्यूब चैनल – Khabribhaiya YT

इंस्टाग्राम – Khabribhaiya IG

अंग्रेजी ख़बरें – www.sportsaddictz.com

KhabriBhaiya Sphttps://khabribhaiya.in/healthy-swadist-daal/ecialNews ( CLICK !!! )


प्यार बाँटिये

Leave a Comment

Dry Lips Care : सर्दियों में होठों को मुलायम बनाने के 6 टिप्स| Kantara Chapter 1 First Look Update : ऋषभ शेट्टी के फैंस हुए एक्साइटेड| Aaj Ka Panchang : 25 नवंबर 2023 दिन- शनिवार का पंचांग और शुभ मुहूर्त जान‍िए| Navdeep Saini Wedding : भारतीय क्रिकेटर नवदीप सैनी ने रचाई शादी| funny jokes : पापा ने दिया ये मजेदार जवाबI